आगरा ब्रेकिंग-वृक्षारोपण न करना एक बड़ी महामारी पर्यावरण परिवर्तन “ट्री मैन” ने शाहजहाँ गार्डन आगरा से दिया संदेश

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*वृक्षारोपण न करना एक बड़ी महामारी पर्यावरण परिवर्तन “ट्री मैन” ने शाहजहाँ गार्डन आगरा से दिया संदेश*

*पृथ्वी पर होने वाली सारी प्रक्रिया साइंस पर ही आधारित है*
Agra News : आगरा ट्रांस यमुना कॉलोनी फेस-टू के रहने वाले त्रिमोहन मिश्रा जो कि आगरा के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से अन्य शहरों में अब ट्री मैन के नाम से फेमस हैं. 27 साल के “ट्री मैन” त्रिमोहन मिश्रा ने लोगों को जागरूक करने के लिए अनोखा कदम उठाया है. त्रिमोहन अपने साथ एक छोटा पौधा लेकर अपने मित्र पंकज शर्मा, बड़े भाई चेतन शर्मा और अन्य साथियों के साथ सड़कों, गलियों, बाजारों तथा प्रसिद्ध इमारतों पर संदेश देने का कार्य निरंतर करते नज़र आ रहे हैं उन्होंने बताया कि वह करीब पिछले 8 सालों से लोगों को पेड़ लगाने और उनको बचाने और गंदगी न फैलने तथा पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए जागरुक कर रहे हैं. इससे पहले वह मौखिक, आर्थिक, अन्य तरीकों से लोगों को जागरुक करते थे, लेकिन उन्होंने 4-5 महीने पहले सोशल मीडिया के माध्यम से कुछ अलग करने का सोचा.

*मनुष्य है इसका जिम्मेदार आइए जाने कैसे*

विज्ञान और “ट्री मैन” त्रिमोहन मिश्रा के मुताबिक लोग POP से बनी प्रतिमाएं ,AC, कूलर का और फर्नीचर प्लास्टिक की वस्तुएं, पेट्रोल डीजल के मोटर वाहन, विभिन्न प्रकार की फैक्ट्रियां तथा भट्टियां व अन्य “जिसकी वजह से कार्बन डाइऑक्साइड उत्पन्न होती है इनका खूब इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन पेड़ नहीं लगा रहे. बल्कि ईंधन और फर्नीचर की वस्तुएं तथा अन्य साधनों में अपनी जरूरत पूरी करने के लिए लगातार जरूरत से अधिक इनको लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं जिसकी वजह से ग्लोबल वार्मिंग, क्लाइमेट चेंज, प्रदूषण, असमय लगातार बारिश और नई नई बीमारियां होती हैं” कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जित साधन, इनका जरुरत पढ़ने पर इस्तेमाल करें. ये सभी पर्यावरण के लिये घातक है

*सबसे महत्वपूर्ण बात और क्या करें*
विज्ञान और ट्री मैन के मुताबिक *”दोबारा उपयोग में लाने वाली वस्तुओं को उपयोग में लाएं”*
वातावरण पेड़ों पर आधारित है और पेड़ों से हमें क्या नहीं मिला शुद्ध वातावरण वाली ऑक्सीजन, भोजन, औषधि, घर से बाहर रहने का स्थान, जीव जंतुओं का आवास, आपने सुना है की जानवर आक्रमण कर रहे हैं भेड़िया (सियार), तो कभी हाथी, कभी मगरमच्छ तो कहीं शेर और चीता व अन्य जीव जो पेड़ों के आवास पर निर्भर हैं इनके वनों को काटना मतलब भूखे जानवर को बस्ती और शहर की तरफ आक्रमण करते हुए देखना और खुद अपने कर्मों को भोगना” अभी कम है तो वक्त रहते मानसिकता और साधन पर नियंत्रण करना आवश्यक है नहीं तो जैसे बनाया है वैसे ही सब तबाह और बर्बाद होते खुद देख लीजिए और पीढ़ी होगी ये तो भूल ही जाइए
आशा है आप समझ गए होंगे आपका “ट्री मैन” त्रिमोहन मिश्रा आगरा उत्तर प्रदेश इंडिया (भारतीय)

1, संपूर्ण मनुष्य प्रजाति, सोसल मीडिया इंफ्लूंसर और अन्य फिल्मी कलाकारों मित्रों से अनुरोध है कि हम सबको इस मुहिम में खड़ा होना होगा तभी ये संभव है क्योंकि आपका नेटवर्क अधिक है
*”लोगों को करते रहेंगे जागरूक”*

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