आगरा शहर के प्राचीन खेमेश्वर नाथ महादेव मंदिर परिसर में चल रही शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन पंडित गरिमा किशोरी जी ने कहा कि जिसे भगवान का प्रेम प्राप्त हो वह भाग्यशाली है।
भगवान के विषय में जानने के लिए जिज्ञासु हो, वह भाग्यवान है। हम लोग जिस कलयुग में जी रहे हैं इस युग में बड़े-बड़े महात्माओं ने गहरा चिंतन किया है जो भक्ति को धारण करता है वह कलयुग के प्रभाव से बच जाता है।
जीवन में तीन ताप परेशान करें तो भगवान के निकट पहुंच जाएं जिससे हमें तीनों ताप से छुटकारा मिलता है। किशोरी जी ने कहा कि तब तक कलयुग के पाप परेशान करेंगे जब तक शिवपुराण हमारे जीवन में शामिल ना हो जाए यही शिवपुराण की महिमा है। भगवान शंकर जी की मंगल राशि है उनका नाम और ध्यान भी मंगलमय है। शिव जैसा समान दृष्टा कौन होगा, महादेव दैत्य एवं देवों के लिए सदा कृपा वंत रहते हैं ।
भगवान शिव काल के ऊपर हैं वह अजर-अमर हैं उनको वृद्धावस्था छूती तक नहीं है। भगवान शिव की महिमा का बखान करते हुए किशोरी जी ने कहा कि भगवान शिव विनोदशील है। वह सदैव प्रसन्न रहते हैं मन स्थिति ऐसी हो कि परिस्थिति कभी प्रभावित नहीं करें। शिव की जीवन शैली में विरोधाभास भी प्रसन्न रहते हैं। कथा प्रतिदिन दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक चल रही है।
गणेश उत्सव के शुभ अवसर पर आयोजित श्री शिव महापुरणकथा कथा में भक्त गोता लगाकर अपने जीवन को धन्य बना रहे है। मुख्य रूप
सोनू माहौर,अजय, किशोर सैनी ,समाज सेवी श्याम भोजवानी, पार्षद शरद चौहान,पार्षद विष्णु कुशवाह, रवि माहौर,आशीष छत्तानी, मीनू सेन, वीरू सैनी, सुनीता माहौर, राजकुमारी , मनोज रानो तीर्थानी,आदि उपस्थित रहे।


