पुलिस आयुक्त व अपर पुलिस आयुक्त, कमिश्नरेट आगरा द्वारा अन्य अधिकारीगण के साथ ऑपरेशन टूरिस्ट डिलाइट अभियान” के अन्तर्गत कमिश्नरेट आगरा में आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा एवं सहायता के दृष्टिगत गोष्ठी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये….
पर्यटकों की सुरक्षा एवं सहायता हेतु सभी पर्यटन स्थलों पर चलाये जा रहे “ऑपरेशन टूरिस्ट डिलाइट अभियान” के अन्तर्गत आज दिनांक 03.09.2024 को पुलिस आयुक्त, अपर पुलिस आयुक्त, कमिश्नरेट आगरा द्वारा पुलिस आयुक्त कार्यालय स्थिल नवीन सभागार में पुलिस उपायुक्त, नगर, पुलिस उपायुक्त, पश्चिमी, सहायक पुलिस आयुक्त, ताज सुरक्षा/यातायात, सहायक पुलिस आयुक्त, सदर/महिला अपराध, सहायक पुलिस आयुक्त, छत्ता, सहायक पुलिस आयुक्त अछनेरा, सहायक पुलिस आयुक्त, हरीपर्वत, थाना प्रभारी ताजसुरक्षा, थाना प्रभारी पर्यटन, थाना प्रभारी एत्माद्दौला, थाना प्रभारी सिकन्दरा, थाना प्रभारी फतेहपुर सीकरी, थाना प्रभारी रकाबगंज आदि के साथ गोष्ठी कर, आगरा कमिश्नरेट में आने वाले देश-विदेश के लगभग 78 लाख पर्यटकों की सुरक्षा एवं सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए निम्नांकित दिशा-निर्देश दिये गये।
• कमिश्नरेट आगरा पुलिस द्वारा पहली बार पर्यटकों की सुविधा हेतु “पर्यटक पथ” बनाया गया है, जो पर्यटकों को सीधे स्मारकों तक पहुँचायेगा।
• कमिश्नरेट आगरा के सभी पर्यटन स्थलों ताजमहल, आगरा फोर्ट, महताब बाग, अकबर टॉम्ब, फतेहपुर सीकरी आदि स्थलों पर सुरक्षा योजनाओं को पुनः अद्यतन करने हेतु निर्देश दिए गए।
• आकस्मिक परिस्थितियों में त्वरित और प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए सभी एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) की समीक्षा की जाए, ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में तत्काल निपटा जा सके।
• ताजमहल, आगरा फोर्ट, फतेहपुर सीकरी, महताब बाग, अकबर टॉम्ब जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों के आस-पास अपराधों की रोकथाम हेतु रात्रि ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा सघन चेकिंग और नियमित गश्त की जाये।
• ऑपरेशन त्रिनेत्र के माध्यम से पर्यटक स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाये जाये एवं निगरानी की जाएगी, जिससे पर्यटकों की सुरक्षा को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके।
• पर्यटकों को परेशान करने वाले असामाजिक तत्वों पर सख्त नज़र रखी जाए, उनके खिलाफ सीसीटीवी फुटेज के आधार पर डोज़ियर भरकर निरोधात्मक कार्यवाही की जाएगी, जिससे ऐसी गतिविधियों पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सके।
• पर्यटन स्थलों पर सहायता के लिए “पर्यटक हेल्प डेस्क” स्थापित की जाए, जिसमें 01 महिला और 01 पुरुष पुलिसकर्मी की ड्यूटी लगायी जाये । हेल्पडेस्क में लाउडस्पीकर/पी.ए. सिस्टम जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध हों,
जिससे पर्यटकों को हर संभव सहायता तुरंत उपलब्ध कराई जा सके। • पर्यटकों को हेल्पडेस्क के माध्यम से हर संभव सूचना एवं सहायता प्रदान की जाये एवं पर्यटकों द्वारा शिकायत/समस्या बताये जाने पर उसका त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया जाये।
• पर्यटन क्षेत्र से जुड़े सभी गाइडों और दुकानदारों का चरित्र सत्यापन कराया जाएगा, ताकि आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों को पर्यटकों से दूर रखा जा सके।
• पर्यटकों की सुरक्षा के दृष्टिगत सभी ऑटो रिक्शा में ड्राइवर का नाम और मोबाइल नंबर स्पष्ट रूप से अंकित रहेगा, साथ ही पर्यटन स्थलों के टिकट का क्यूआर कोड और गाइडलाइंस के पैम्पलेट भी लगाए जाएंगे।
• पर्यटन स्थलों के आस-पास के बाजारों में पर्यटकों से धोखाधड़ी करने वाले दुकानदारों को चिन्हित किया जाए और उन दुकानों पर सामान की रेटलिस्ट (Price Tag) अनिवार्य रूप से लगवायी जाए। साथ ही, बेचे जा रहे सामानों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित किया जाए।
• दुकानों के कर्मचारियों की वर्दी निर्धारित होगी, उनको अपने आई० कार्ड रखने होंगे। ताजमहल के 500 मीटर दायरे की दुकानों के सीसीटीवी का ताज स्मार्ट कंट्रोल रूम में एक्सेस होगा, जबरन शॉपिंग कराने वाले एवं कमीशन लेने वाले गाइडों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी।


