“संगठित होकर अपराधियों द्वारा लोगों से लैप्स इंश्योरेंस पॉलिसी का रिन्यूवल कराने के नाम पर लोगों को फर्जी सिमों से कॉल करके उनको विश्वास में लेकर, अपने आपको विभिन्न इश्योरेस पॉलिसी कम्पनियों के मैनेजर या कस्टमर बताकर अब तक 4 से 5 करोड़ रूपये की विभिन्न आम जनता से उनकी पॉलिसी के नाम फर्जी खातों में धनराशि ट्रांसफर करा लेने वाले गिरोह के 06 नफर अभियुक्त गिरफ्तार”
श्रीमान पुलिस आयुक्त महोदय कमिश्नरेट आगरा के साइबर क्राइम अपराधियों के विरुद्ध की जा रही प्रभावी कार्यवाही में श्रीमान् अपर पुलिस आयुक्त महोदय, कमिश्नरेट आगरा, श्रीमान् पुलिस उपायुक्त नगर महोदय, कमिश्नरेट आगरा के निर्देशन में व श्रीमान् सहायक पुलिस आयुक्त महोदय, हरीपर्वत, कमिश्नरेट आगरा के कुशल पर्यवेक्षण में थाना साइबर क्राइम, कमिश्नरेट आगरा पर पंजीकृत मु0अ0सं0 0131/2024 धारा 419,420,467,468,471,34 भादवि व 66 डी आई0टी0 एक्ट थाना साइबर क्राइम आगरा से सम्बन्धित अभियुक्तगण नीरज कुमार व अन्य 05 नफर को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरण:-
01. नीरज कुमार पुत्र कृपाल सिंह निवासी माकरौल ग्वालियर रोड थाना मलपुरा आगरा उम्र 26 वर्ष। 02. सुनील पाण्डेय पुत्र बलराम पाण्डेय निवासी जैन नगर थाना उत्तर जनपद फिरोजाबाद उम्र 42 वर्ष
03. पुष्पेन्द्र भारद्वाज पुत्र चन्द्र प्रकाश निवासी ग्राम पोस्ट मडकाबडी थाना जुनावई जिला संभल उम्र 32 वर्ष 04. देवेश धाकरे पुत्र विमल प्रताप सिंह निवासी गोपाल धाम कालोनी बिहारी नुनिहाई थाना एत्माद्दौला आगरा उम्र 37
05. अजय कुमार शर्मा पुत्र राधेश्याम शर्मा निवासी प्लाट नं 43 गोपाल धाम न० बिहारी शाहदरा थाना
एत्माद्दौला आगरा उम्र 28 वर्ष 06. पुष्कर सिंह पुत्र पदम सिंह निवासी ए-125 सोभदत्त सिटी ए ब्लाक थाना मेडिकल जनपद मेरठ उम्र 37
वर्ष
घटना का संक्षिप्त विवरणः-
वादी उ0नि0 विमल कुमार प्रभारी साइबर सैल, कमिश्नरेट आगरा मय पुलिस टीम के मुखबिरान खास की सूचना पर जो लोगों से इंश्योरेंस पॉलिसी रिन्यू कराने के नाम पर फर्जी सिम का प्रयोग कर, कॉल करके, फर्जी नाम पतों पर खोले गये खातों में आम लोगों से विभिन्न इश्यॉरेस पॉलिसी के नाम पर धोखाधड़ी करके पैसे ट्रांसफर करा लेते हैं, इस सूचना पर प्रभारी साइबर सेल द्वारा 06 अभियुक्तगण को मय कार मय अपराध में प्रयुक्त मोबाईलों व लैपटॉप व अन्य दस्तावेज व 04 लाख कैश के आईएसबीटी बस स्टेण्ड आगरा के पास से पूछताछ हेतु साइबर सेल लाया गया और पूछताछ के बाद आज दिनांक 27.09.2024 समय करीब 04.00 बजे पर्याप्त साक्ष्य पाये जाने पर गिरफ्तार किया गया।
अपराध करने का तरीका:-
गिरफ्तार अभियुक्तगण पुष्पेन्द्र, देवेश, पुष्कर द्वारा अपने सहअभियुक्तो के साथ संगठित होकर लोगों से लैप्स इंश्योरेंस पॉलिसी का डाटा अपने साथियों से प्राप्त कर, लैप्स इंश्योरेंस पॉलिसी धारकों को रिन्यूवल कराने के नाम पर, फर्जी सिमों से कॉल करके उनको यह बताकर अपने आपको इंश्योरेंस कम्पनियों के कस्टमर केयर/मैनेजर बनकर कि आपको इंश्योरेंस पॉलिसी लैप्स हो गयी है, अगर आप इस पॉलिसी को चालू करना चाहते हैं, तो हमारी कम्पनी ने एक अच्छा स्कीम दे रही है कि आप और पैसा जमा कर दें तो आपको टोटल पॉलिशी का 50 प्रतिशत फायदा होगा और आपको दोगुना धनराशि मिल जायेगी, अगर इंश्योरेंस पॉलिशी धारक पैसा जमा कर देता था, तो उससे कह देते थे कि (आपको जीएसटी और देना पड़ेगा व इनकम टैक्स भी देना पड़ेगा, इसके पैसे भी और जमा करा दो, जिस सम्बन्ध में अभियुक्तों की गिरफ्तारी से लैपटॉप से सभी साक्ष्य एकत्र किये गये जैसे- जीएसटी, इनकम टैक्स, कॉपरेट ऑफ होम मिनिस्टरी व सम्बन्धित इंश्योरेंस पॉलिसी कम्पनियों की मुहर आदि की कॉपी मिली) और पुष्पेन्द्र, देवेश, पुष्कर ने बताया कि कॉलिंग करने के लिये जो सिम उपयोग करते थे व फर्जी नाम पते पर मोबाईल शॉप, सेक्टर 08, नोएडा, गौतमबुद्धनगर में दुकान मालिक अनवर से सम्पर्क कर लेते थे जिसके एवज में अनवर प्रति सिम पर 5 हजार रूपये अपने साथी अभियुक्त को देते थे। और जिन खातों में पैसा ट्रांसफर कराते थे, वह खाते भी और इंश्योरेंस पॉलिसी का डाटा भी अपने साथी गुलशन से प्राप्त करते थे और उस खाते से पैसा कई जनसुविधा केन्द्र से सम्पर्क कर उनके खाते में डलवाकर कैश में लेते थे, जिसमें जनसुविधा केन्द्र वाला अपना 12 प्रतिशत काटकर कैश पैसा देता था और जन सुविधा केन्द्र का एकाउन्ट उपलब्ध कराने के लिये नीरज और अजय कार्य करते थे, जितने पैसे इश्वरिस पॉलिसी के नाम पर जनसुविधा खाते में आते थे, उसका 15 प्रतिशत लेते थे और शेष पैसा काटकर पुष्पेन्द्र, देवेश, पुष्कर को देते थे, और अजय ने इन्ही अपराध के पैसे से एक कीआ सेल्टोस गाडी भी अभी खरीदी है, जो बरामद की गयी है। जन सुविधा केन्द्र चलाने वाले व्यक्ति जो सुनील पाण्डेय जो यह जानते हुये, अपने जनसुविधा केन्द्र के खाते में फ्रॉड का पैसा अकाउन्ट नम्बर देकर डलवाता था और अपनी कमीशन 12 प्रतिशत काटकर नीरज और अजय को देता था और पूछताछ यह भी बताया कि पंजाब पुलिस में रिटायर्ड उप निरीक्षक से भी करीब 90 लाख रूपये इंश्योरेंस पालिसी रिन्यु के नाम पर खातों में डलवा लिये हैं, बरामद की- पैड के मोबाईल नम्बर पर काफी लोगों से वार्ती की गयी तो बताया इंश्योरेंस पालिसी के नाम मेरे साथ धोखाधही हुयी है। अब तक इन सभी के द्वारा बताया गया कि 4 से 5 करोड रूपये कमा चुके हैं।


