क्षय रोग उन्मूलन में निक्षय मित्र बनकर निभाएंगे अहम भूमिका युवा
– एनएसएस के स्वयंसेवकों को बनाया जाएगा निक्षय मित्र
– टीबी मरीजों को गोद लेकर प्रेरित करेंगे युवा निक्षय मित्र
– निक्षय मित्र टीबी मरीजों को देंगे भावनात्मक सहयोग
फिरोजाबाद, 25 सितंबर 2025 ।
राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम में अब युवा भी सहयोग प्रदान करेंगे। देश को टीबी मुक्त बनाने के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक अब निक्षय मित्र बनकर टीबी के प्रति लोगों को जागरुक करेंगे। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा संचालित हो रहे ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ अभियान के अंतर्गत महात्मा गाँधी बालिका महाविद्यालय में टीबी से संबंधित जागरूकता और नि:क्षय मित्र अभियान के बारे में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। छात्राओं को ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ अभियान और राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के विषय में विस्तार से जानकारी दी गई ।
महात्मा गाँधी बालिका महाविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानाचार्य डॉ. प्रियदर्शिनी उपाध्याय ने अध्यक्षता की और निःक्षय मित्र योजना में नामांकन के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार के युवा कल्याण एवं खेल मंत्रालय ने टीबी मुक्त भारत अभियान को सशक्त बनाने के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के अंतर्गत कार्य करने वाले युवाओं व संस्थाओं को ‘निक्षय मित्र’ बनाने का फैसला किया है। निक्षय मित्र के तौर पर वे, टीबी रोगियों को गोद लेने, उनकी मनो-सामाजिक सहायता करने, उपचार के तहत सही तरीके से दवाएं लेने के लिए प्रेरित करेंगे।
जिला पीपी समन्वयक मनीष यादव ने उपस्थित छात्राओं को बताया कि एनएसएस के सभी स्वयंसेवकों और संस्थाओं को टीबी जागरूकता सत्र, प्रशिक्षणों और वेबिनार्स में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके आलावा, सभी एनएसएस इकाइयों में टीबी से संबंधित संदेश, पोस्टर, स्टैंडीज़ और दूसरे जागरूकता सामग्रियों को प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा ।
उन्होंने बताया कि युवा निक्षय मित्र इंफोग्राफ़िक्स, उत्तरजीवी कहानियाँ और मिथक-तोड़ने वाले संदेशों के माध्यम से टीबी मरीजों व लोगों को जागरुक करेंगे। इसके साथ ही, एनएसएस दिवस, अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस और अन्य प्रमुख आयोजनों के दौरान ‘निक्षय शपथ’ समारोह आयोजित भी किए जाएंगे। सभी युवा निक्षय मित्र टीबी सेल्स के साथ समन्वय कर योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए कार्य करेंगे।
कार्यक्रम में समन्वयक डॉ. रफत खान, डॉ. जेबा फारूकी, डॉ. निशा, डॉ. प्रिया सिंह, बलराम सिंह, प्रमोद, प्रवेंद्र व अन्य उपस्थित रहे।
—————
इस अभियान के लिए युवा वर्ग को ओरिएंटेशन के माध्यम से बताया जाएगा उन्हें टीबी उन्मूलन में सहयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस अभियान के तहत, युवा वर्ग को टीबी के बारे में जागरूक किया जाएगा और उन्हें टीबी उन्मूलन में सहयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने बताया कियदि किसी को दो सप्ताह से अधिक से खांसी, बुखार, रात में पसीना आना, मुंह से खून आना, सीने में दर्द होना, सांस लेने में तकलीफ होना, वजन कम होना, भूख न लगना, थकान होना, गर्दन में गिल्टी/गांठे, बांझपन और कोई अन्य लक्षण हों तो तो वह नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या फिर निक्षय दिवस में आकर अपनी टीबी की जांच अवश्य कराएं। टीबी का उपचार संभव है, सरकार द्वारा इसकी जांच व उपचार मुफ्त होता है। इसके साथ ही टीबी मरीजों को स्वस्थ होने तक उनके बैंक खाते में निक्षय पोषण योजना के तहत एक हजार रुपये प्रतिमाह दिए जाते हैं।
डॉ. वी.डी. अग्रवाल, जिला क्षय रोग अधिकारी


