<span;>एसीपी डा सुकन्या शर्मा की सूझबूझ और त्वरित कार्यवाही करने को,सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा ने एक अनुकरणीय कार्य माना है। सौदागर लेन स्थित एसीपी कार्यालय पर पहुंच कर सिविल सोसाइटी ऑफ़ आगरा के शिरोमणि सिंह, अनिल शर्मा, असलम सलीमी और कांति नेगी ,ऐसिड अटैक पीडिताओं के द्वारा संचालित ‘शीरोज हैंगआउट’ की प्रतिनिधि रुकैया और डॉली द्वारा सम्मानित किया। वक्ताओं ने कहा कि उनकी सक्रियता एक युवती को,ताजिंदगी सालने वाली एसिड अटैक की अमानवीय घटना से बचाय जा सका है,
<span;>यहां एसीपी सुकन्या शर्मा की भायट लगकनी है
<span;>आपको बतादें एसीपी डा सुकन्या शर्मा ने कार्यवाही और घटना की पृष्ठभूमि बताते हुए, कहा कि यह एक पहली बार हुआ है, जिसमें पुलिस ने एसिड अटैक की घटना को अंजाम दिये जाने से, पूर्व समय पर निवारक कदम उठाकर रोका है। उन्होंने बताया कि अपराधी ने न केवल लिखित रूप में बल्कि वीडियो चैट के जरिए अपनी मंशा सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। अपराधी ने कार्रवाई करने के लिए अपने दोस्त को बहला-फुसलाकर बुलाया था। बताया जा रहा है कि अपराधी का आपराधिक रिकॉर्ड है और वह हाल ही में जेल से बाहर आया है। पूछताछ में उसने बताया कि युवती की छोटी बहन, जिससे उसकी जान-पहचान थी, से उसका झगड़ा हुआ था और आपराधिक गतिविधियों के चलते रिश्ता टूट गया था।इसलिए उसको सबक सिखाने के लिए यह कदम उठाने की योजना बनाई गई थी।
<span;>डा सुकन्या ने बताया कि सर्विलांस सिटी टीम,एस ओ जी सिटी और थाना पुलिस इस कार्यवाही में सक्रिय योगदान रहा।
<span;>आगरा से टीवी नाइंटी टू न्यूज के लिए अनीस सैफी की रिपोर्ट


