Agra : जाणता राजा’ की तैयारियां जोरों पर, जिलाधिकारी ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा! सब हैड – 04 से 09 अक्टूबर तक होगा जाड़ता राजा महानाट्य का आयोजन Tv92News

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आगरा: ‘जाणता राजा’ की तैयारियां जोरों पर, जिलाधिकारी ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा!

सब हैड – 04 से 09 अक्टूबर तक होगा जाड़ता राजा महानाट्य का आयोजन

आगरा। ताजनगरी आगरा में छत्रपति शिवाजी महाराज के शौर्य, नेतृत्व और हिंदवी स्वराज्य की गौरवमयी गाथा को समर्पित विश्व प्रसिद्ध महानाट्य ‘जाणता राजा’ के लिए उत्साह चरम पर है। दिव्य प्रेम सेवा मिशन के तत्वावधान में 04 से 09 अक्टूबर 2025 तक कलाकृति कल्चर एंड कन्वेंशन ग्राउंड पर आयोजित होने वाले इस विश्व के सबसे बड़े ऐतिहासिक महानाट्य की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। मंगलवार को आयोजन स्थल पर आगरा के जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी, एडीएम सिटी, एडीएम प्रोटोकाल तथा एसीपी ट्रैफिक ने पहुंचकर व्यवस्थाओं का विस्तृत निरिक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मंच निर्माण, सुरक्षा, ट्रैफिक प्रबंधन और दर्शक सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया, ताकि आयोजन निर्बाध और भव्य रूप से संपन्न हो सके।

भव्य मंच और तकनीकी वैभव का जायजा

निरिक्षण के दौरान जिलाधिकारी श्री बंगारी ने 2 लाख वर्ग फीट के चार मंजिला मंच का निर्माण कार्य देखा, जो तेजी से आकार ले रहा है। 20 फीट ऊँची माँ तुलजा भवानी की भव्य प्रतिमा और 55 फीट ऊँचा सेट मंच का केंद्र बिंदु होंगे, जिन्हें कुशल कारीगरों की टीम दिन-रात मेहनत से तैयार कर रही है। मंच को 17वीं सदी के रणक्षेत्र जैसा बनाने के लिए अत्याधुनिक ध्वनि-प्रकाश व्यवस्था, विशेष तकनीक और आतिशबाजी का उपयोग किया जा रहा है। भव्य टेंट, हाथी, घोड़े, ऊँट, बैलगाड़ियाँ तथा पालखियों की सज्जा दर्शकों को मराठा युग के वैभव में ले जाएगी। 10,000 दर्शकों की क्षमता वाले इस मंच पर टिकटों की ऑनलाइन-ऑफलाइन बुकिंग शुरू हो चुकी है, और 50,000 से अधिक दर्शकों के शामिल होने की अपेक्षा है। अधिकारियों ने मौसम या तकनीकी चुनौतियों से निपटने के इंतजामों पर भी संतोष जाहिर किया।

कलाकारों और पशुओं की विशेष व्यवस्था पर चर्चा

महानाट्य में 300 से अधिक कलाकारों की जोशीली टीम शिवाजी की गाथा को जीवंत करेगी। निरिक्षण अवसर पर कलाकारों को आगरा लाने, ठहरने तथा रिहर्सल के लिए की जा रही विशेष व्यवस्थाओं पर विस्तार से चर्चा हुई। मराठा परिधानों, युद्ध दृश्यों, नृत्य-संगीत के साथ-साथ पशुओं (हाथी, घोड़े, ऊँट, बैलगाड़ियाँ) के लिए अलग-अलग इंतजाम सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। आयोजकों ने बताया कि ये व्यवस्थाएं मंच पर 17वीं सदी का यथार्थ चित्रण सुनिश्चित करेंगी।

चाक-चौबंद सुरक्षा, ट्रैफिक और प्रचार का आश्वासन

जिलाधिकारी ने चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था, ट्रैफिक प्रबंधन तथा दर्शक सुविधाओं पर विशेष निर्देश दिए। सैकड़ों कार्यकर्ता शहर भर में प्रचार-प्रसार में जुटे हैं, जहां सोशल मीडिया, पोस्टर, बैनर और रेडियो के माध्यम से ‘जाणता राजा’ की गूंज फैलाई जा रही है। इस अवसर पर दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. आशीष गौतम भैय्या, कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. संजय चतुर्वेदी, न्यासी ओमवीर सिंह, श्री अभयपाल, अभिनव मौर्य, ललित शर्मा, गोविंद दुबे सहित आयोजन समिति एवं स्वागत समिति के समस्त कार्यकर्ता उपस्थित रहे। आयोजकों का कहना है, “प्रशासनिक सहयोग से यह आयोजन आगरा के इतिहास में स्वर्णिम अध्याय जोड़ेगा।”मराठा संस्कृति का जीवंत उत्सव‘जाणता राजा’ केवल एक नाट्य प्रस्तुति नहीं, बल्कि मराठा संस्कृति का भव्य उत्सव है। आयोजन के दौरान मराठा इतिहास से जुड़े स्टॉल, प्रदर्शनियाँ तथा पारंपरिक व्यंजन दर्शकों को लुभाएंगे। माँ तुलजा भवानी की भक्ति भरी आरती से हर दिन का शुभारंभ होगा, जो ताजनगरी को शौर्य और आस्था के रंग में रंग देगा।

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