सर्दियों में गर्भवती रखें अपनी सेहत का खास ख्याल
– समय से प्रसव पूर्व जांच व खानपान का रखें विशेष ध्यान
– गर्भवती के लिए आयरन और कैल्शियम की गोलियों का सेवन है जरूरी
– गर्भवती समय से प्रसव पूर्व जांच जरूर कराएं
आगरा, 04 दिसंबर 2025।
सर्दी में फ्लू, संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए गर्भवती को अपनी सेहत का ख्याल रखना जरूरी है। ऐसे में विटामिन सी, विटामिन डी और जिंक जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों पर ध्यान देने की जरूरत है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि गर्भवती अपनी डाइट में संतुलित आहार लें। गर्म सूप, मौसमी सब्जियां और संतरे जैसे फल खाने से आपके शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में मदद मिल सकती है। गर्भवती समय से प्रसव पूर्व जांच कराएं और खान पान के साथ–साथ आयरन, कैल्शियम की गोलियों का सेवन का विशेष ध्यान रखें।
एसीएमओ आरसीएच डॉ. सुरेंद्र मोहन प्रजापति ने बताया कि सर्दियों के दौरान शुष्क हवा के कारण डिहाइड्रेशन भी हो सकता है. ऐसे में सुनिश्चित करें कि आप दिन भर में भरपूर मात्रा में तरल पदार्थ लें, जिससे बॉडी हाइड्रेटेड बनी रहे। ऐसे में कपड़ों पर भी खास तौर पर ध्यान देने की जरूरत है. ऐसे में वही विकल्प चुनिए जो गर्म होने के साथ आरामदायक भी हों, ताकि ठंड से बचा जा सके । इसके अलावा, अपने नवजात शिशु के लिए मुलायम बिस्तर और आरामदायक सोने की जगह बनाकर बच्चे के आने की तैयारी करें । उन्होंने बताया कि सर्दियों में प्रसव के लिए अस्पताल का प्रसव पोटली बैग पैक करने के लिए भी तैयार की आवश्यकता होती है। प्रसव के दौरान गर्भवती के लिए परिवार के सदस्यों का भावनात्मक सहयोग बहुत महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि बदलते मौसम में गर्भवती को मच्छरों से बचाव व ठंडी चीज़ों के सेवन से बचाव करना है।

शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. मेघना शर्मा ने बताया कि मां और बच्चे की सेहत के लिए प्रसव पूर्व जांच बहुत जरूरी है। गर्भावस्था के दौरान चार बार जांच अवश्य करना चाहिए। गर्भवस्था में गर्भाशय का आकार बढ़ने के कारण फेफड़ों की क्षमता कम हो जाती है जिससे गर्भवती को सांस लेने में परेशानी होती है। इसलिए संक्रमण से बचे रहें, और खान-पान पर विशेष ध्यान दे । दिन में आराम जरूर करें । कोई भी परेशानी होने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य इकाई पर जाकर चिकित्सीय परामर्श ले। मौसमी धूप की कमी को दूर करने के लिए आपको विशेष रूप से विटामिन डी लेना जरूरी हैं।
उन्होंने बताया कि गर्भवती माँ पेट में पल रहे शिशु को पोषण देती है, इसलिए गर्भावस्था के दौरान उसे अधिक पोषण की आवश्यकता होती है । गर्भावस्था में पोषण न मिलने पर शिशु कुपोषित हो सकता है, इसलिए पोषण युक्त भोजन, वजन, एवं समय से प्रसव पूर्व जाँच, माँ और बच्चे का विकास और वृद्धि सुनिश्चित कर सकता है । पूरी गर्भावस्था में एक महिला का वजन 10-11 किलो बढ़ाना चाहिए, जिससे कि माँ और बच्चा दोनों स्वास्थ्य रहें ।
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गर्भवती का खान पान पर विशेष ध्यान—-
– गर्भवती को दिन में कम से कम 5 बार खाना खाना चाहिए, जिसमे तीन बार भोजन और दो बार पौष्टिक नाश्ता करना चाहिए ।
– गर्भवती को रोजाना के आहार में हरी पत्तेदार सब्जी, विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ , साबुत दालें और फलियां , अनाज जैसे बाजरा ज्वार रागी और दूध या दूध से बानी चीज़ें लेनी चाहिए।
आयरन की गोलियों के फायदे—-
– आयरन की कमी से होने वाली एनेमिया से बचाव
– गर्भवती महिलाओं के शरीर में आयरन की कमी को पूरा करना
– शिशु के विकास में मदद करना
– गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार करना
कैल्शियम की गोलियों के फायदे—-
– कैल्शियम की कमी से होने वाली समस्याओं से बचाव
– गर्भवती महिलाओं के शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करना
– शिशु के हड्डियों के विकास में मदद करना
– गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार करना


