भजन का अर्थ वेद, पुराण, भागवत के भाव, आज तो सज रहा पैरोडी से दरबारः नंदू भैया
− श्रीश्याम सेवक परिवार समिति और श्रीराम लीला कमेटी ने आयोजित की विराट श्याम संध्या
− विश्व प्रसिद्ध भजन गायक एवं आध्यात्मिक गुरु नंदू जी भैया के भजनों पर झूमे भक्त
− नंदू जी भैया ने किया श्रीराम का राजतिलक, बोले सबसे सच्चा राम का दरबार है
आगरा। इस जहां में सबसे सांचा राम का दरबार है, मेरे श्याम का दरबार है…, तुम्हें ढूंढ पाना बस में नहीं है, तुम्हारा ठिकाना एक तो नहीं है…कोई जीते, कोई हारे, कोई न समझे, प्रभु खेल तुम्हारे…मन काे भक्ति से भाव विभाेर करते शब्द और हृदय तल की गहराई को छूती श्रद्धायुक्त आवाज…हर कोई झूम रहा था और बार बार नंदू भैया के स्वरों से स्वर मिलाने का प्रयास कर आध्यात्मिक आनंद को पाने की लालसा में तल्लीन हो रहा था।
ये आनंदमयी दृश्य बना जब श्रीरामलीला महोत्सव के अंतर्गत श्रीश्याम सेवक परिवार समिति एवं श्रीराम लीला कमेटी द्वारा विराट श्याम भजन संध्या का आयोजन किया गया।
मंगलवार को रामलीला मैदान में श्रीराम दरबार में हुई भजन संध्या का शुभारंभ सुप्रसिद्ध भजन गायक नंदू जी भैया, श्रीराम लीला कमेटी के अध्यक्ष एवं विधायक पुरुषाेत्तम खंडेलवाल ने श्रीराम जानकी के स्वरूपों के राजतिलक कर एवं आरती उतारकर किया।
इसके बाद श्रीकृष्ण गोविंद हरे मुरारी हे नाथ नारायण..भजन के साथ अपने इष्ट का आह्वान करते हुए नंदू जी भैया ने भजन संध्या की शुरुआत की।
इसके बाद राम दरबार से लेकर सांसारिक मोह माया त्यागने तक के भाव अपनी स्वरांजलि से अभिव्यक्त किये। जिसमें सखी देख श्याम हुई रे मैं दीवानी…दरबार में आकर बाबा को तू अपना हाल सुनाएगा…, भर दे रे श्याम झोली…बड़ा प्यारा है मेरा कन्हैया…भजनों से शाम को सजाया।
शरद पूर्णिमा उत्सव के रूप में यमुना के तट पर श्याम की बंशी..भजन को जैसे ही नंदू जी भैया ने अपने स्वर दिए भक्त डांडिया और गरबा की मस्ती में झूम उठे।
करीब 3000 से अधिक श्याम भक्तों ने प्रसादी ग्रहण की।
इस अवसर पर व्यवस्थाएं श्रीश्याम सेवक परिवार के हैमेंद्र अग्रवाल, यश अग्रवाल, सीमा अग्रवाल, लतिका अग्रवाल, संजय अग्रवाल, अमित गोयल, विपिन बंसल, शिप्रा गाेयल, आकाश गुप्ता, अनूप गोयल, पंकज अग्रवाल, विकास गोयल, श्रीखाटू श्याम जी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष दिनेश चंद्र अग्रवाल, श्रीरामलीला कमेटी के प्रवीन बंसल, मनोज अग्रवाल, प्रबल गोयल, अमित गोयल आदि ने संभालीं।
श्रीश्याम सेवक परिवार ने किया भव्य स्वागत, हुआ सत्संग
भजन संध्या से पूर्व श्रीश्याम सेवक परिवार समिति द्वारा नंदू जी भैया का भव्य स्वागत जीवनी मंडी स्थित श्रीखाटू श्याम जी मंदिर और मातंगी टावर पर किया गया। दोपहर की आरती पर नंदू जी भैया ने मंदिर में माथा टेका। मातंगी टावर पर श्रीश्याम सेवक परिवार समिति द्वारा भव्य स्वागत सत्कार किया गया।
यहां नंदू जी भैया ने सत्संग के माध्यम से भक्तों को भक्ति की दिशा दिखाई। उन्होंने कहा कि कभी भी भगवान और पौधाें की ओर उंगली इंगित नहीं करनी चाहिए। भजन वही हैं जिनमें वेद, पुराण, भागवत और गीता का भाव हो किंतु विडंबना है कि आज कीर्तन दरबारों को नोट छापने की मशीन बना दिया गया है। भजन के नाम पर लोग पैरोडी गा रहे हैं।
पिता को मिला जीवनदान तो विज्ञान का छात्र बन गया भजन गायक
नंदू जी भैया ने साक्षात्कार के दौरान बताया कि वे मूलतः नवलगढ़ झुनझुनु राजस्थान के मूल निवासी हैं किंतु उनकी परवरिश मिथिला, दरभंगा बिहार में हुई।
बॉटनी में आनर्स किया किंतु 80 के दशक तक आते आते वे पूरी तरह आध्यात्मिक हो गए। देवराह बाबा के स्वप्न में दर्शन होने के बाद उनसे दीक्षा ली और अपना पथ भक्ति मार्ग की ओर मोड़ दिया। किंतु भक्ति को शक्ति तब मिली जब पिता श्रीराधाकृष्ण शर्मा को दो बार हार्ट अटैक के बाद श्याम बाबा ने जीवन दान दे दिया। इसके बाद श्याम बाबा की सेवा में स्वयं का जीवन समर्पित कर दिया। विज्ञान का छात्र साहित्यकार बनकर भजन लिखने लगा और गाने लगा। उन्होंने बताया कि हर भजन संध्या में वे श्रीकृष्ण गोविंद हरे मुरारी भजन अपने पिता को समर्पित करते हैं। आध्यात्मिक अनुभवों को उन्होंने कैलाश मानसरोवर की तीन बार यात्रा के दौरान स्पर्श किया। नंदू जी भैया अब तक 28 देशाें की यात्रा कर चुके हैं।


